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व्यापार Business Information की जानकारियाँ

इंडिया हिंदी ब्लॉग पर आपके लिए Business Information की सारी जानकारी अब हिन्दी भाषा में जाने व्यापार किस तरह से किया जाता है?  व्यापार करने के लिए पहले क्या-क्या करना चाहिए ? व्यापार का महत्त्व आपके लिए क्यों है ? इन्ही सभी को आपके लिए इस ब्लॉग पर हिंदी में जानकारियाँ दी गई है.


व्यापार में कस्टमर्स को कैसे आकर्षित करे ? How to attract customers in Business

कस्टमर्स को प्रभावित करने के लिए जरुरी है कि आप उनकी तरह से सोच पायें और उनके सवालो के जवाब उन्हें दे पाए

किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को लेने का फैसला करने से पहले कस्टमर्स कई बाते सोचते है. कई बार ये अपने सवालों को आपके सामने रख पाते है तो कभी मन में ही सोचकर निर्णय ले लेते है. ऐसे में आपको उनके मन में उठ सकने वाले सवालों के जवाब पहले ही देने है.

स्कूल एजुकेशन में टीचर्स को ट्रेड करते हुए कहा जाता है कि उन्हें बच्चो की साइकोलोजी के हिसाब से सोचते हुए क्लास में पढ़ाना चाहिए. इससे आप उनके मन में उठने वाले उन सवालों के भी जवाब दे पाएंगे, जो शायद वे पूछने की भी हिम्मत न जुटा पा रहे हो.

कुछ ऐसी ही अप्रोच बिज़नेस में भी लागू करनी चाहिए. आपका कस्टमर बनने से पहले लोगो के मन में कई सवाल हो सकते है. कई बार वे ये सवाल पूछ पाते है और कई बार वे इन्हें आपने मन में ही रखे रहते है.

अपने प्रचार अभियान में विभिन्न पॉइंट्स को क्लियर करने की कोशिश करे जो भावी ग्राहक के मन में सवाल का रूप ले सकते है

Business Information व्यापार में प्रोडक्ट है जरुरी (The importance of trade in the product) 


अधिकतर लोग किसी प्रोडक्ट या सर्विस को लेने का फैसला इसी आधार पर करते है कि उन्हें इसकी जरुरत है या नहीं? आपको सबसे पहले उस जरुरत को ही परिभाषित करे. पहले आप जरुरत को स्थापित करे, उसके बाद इस जरुरत को पूरा करने के विकल्प के रूप में प्रोडक्ट लायें.


 

Business Information प्रोडक्ट का इस्तेमाल में सरल होना चाहिए  (The product should be easy to use)

कस्टमर्स “ईजी टू यूज” के कथन से बहुत प्रभावित होते है. आपके प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना अगर उनके लिए आसान नहीं है तो वे शायद ही इस खरीदना पसंद करे. इसलिए अपने प्रोडक्ट के इस्तेमाल या सर्विस से जुड़े ऑर्डर्स में सरलता वाले तथ्य को जरुरत प्रचारित करे.


प्रोडक्ट कीमत है सही होना चाहिए (The product is the price must be right)

कई बार आप कुछ ऐसे प्रोडक्ट लेकर आते है जो पहले से बाजार में होते ही नहीं है. तब कस्टमर्स संशय करता है कि कहीं आप ज्यादा चार्ज तो नहीं कर रहे? ऐसा ही बाजार में पहले से कोम्पीटीशन मौजूद होने पर भी होता है. इस स्थिति के लिए अपनी कीमत को उचित ठहराते तथ्य दे.


आपका प्रोडक्ट दूसरों से बेहतर बनाये (Make your product better than others)

किसी नई कंपनी से जुड़ने से पहले लोग जरुर सोचते हैं कि आखिर इसमें ऐसा क्या है, जो हम इससे जुड़े? पुरानी कम्पनियां कहाँ से कमतर है? इन सवालों के जवाब के लिए अपनी यूएसपी को अपने प्रचार अभियान में हाईलाईट करे. खुद के उन पहलुओं को रेखांकित करे, जो आपको औरों से अलग बनाते है. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि आप दूसरों की बुराई करे. स्वस्थ तुलना की जा सकती है लेकिन किसी भी नाम लेकर सीधा प्रहार नहीं होना चाहिए.


Business Information बिजनेस में कंपनी की साख पर ध्यान दे (Pay attention to the company’s business credentials)

सामाजिक तौर पर सक्रिय कम्पनियों को कस्टमर भी सम्मान की निगाह से देखते है उनके लिए यह कंपनी का प्लस पॉइंट होता है.


कस्टमर उन कंपनियों से जुड़ना पसंद करते है, जिनकी बाजार में और सोशल सर्कल में कुछ पहचान हो, कुछ साख हो. उन्हें इस स्तर पर संतुष्ट करने के लिए सोशल मिडिया पर सक्रियता बढ़ाये. इसके साथ ही जिन कल्याणार्थ कार्यो में आपकी कंपनी सहयोग देती है, उसे प्रचारित करे. इसके अलावा नियमित रूप से उपयोगी कंटेंट वाली ब्लॉग राइटिंग और कंटेंट राइटिंग करते रहे. इससे आपकी कंपनी की छवि सामाजिक रूप से योगदान करने वाली कंपनी की बनेगी.


कस्टमर हो आकर्षित करना आपका महत्वपूर्ण कार्य है (Your key task to attract customers)

कस्टमर को प्रभावित करने के आलावा आपको उन्हें आकर्षित करने के अभियान पर भी काम करना है आपको उन्हें वे सभी पोजिटिव फीचर्स दिखाने होंगे, जो आपकी कंपनी या आपके प्रोडक्ट में है. इसके लिए इस पॉइंट्स पर जरुर गौर करे.


बाजार में आपकी अच्छी रेपोटेशन का प्रचार करे.


आपकी अब तक की सफलताओ और पुरस्कारों का उल्लेख करे.


सोशल वेलफेयर के कामो में आपकी कंपनी की भागीदारी को रेखांकित करे.


अपने टारगेट ऑडियंस को जागरूक बनाने की दिशा में लेखन आदि का काम करे.


Business Information कस्टमर एक्सपीरियंस का ध्यान रखें (Customer Experience Mind)

किसी कंपनी से जुड़ने से पहले लोग उसके प्रचार से ज्यादा उसके पूर्व कस्टमर्स के अनुभवों से ज्यादा प्रेरित होते है. ऐसे में अपने एडवरटाईजमेंट में अपनी वेबसाइट पर पूर्व कस्टमर के अनुभव को जगह दे. इससे नए कस्टमर्स के बीच एक सकारात्मक सन्देश जाता है.


कभी किसी बड़ी कोंफ्रेंस में तो कभी किसी सेमीनार में अक्सर आप अपना परिचय देने के बाद दूसरों को बिज़नेस कार्ड देकर आते है. इसके पीछे मुख्य मकसद यह होता है कि भविष्य में एक दूसरे से बिज़नेस करने या किसी रेफरेंस के लिहाज से आपके पास एक दूसरे का पता ठिकाना हो. वैसे तो बिज़नेस कार्ड्स आपके व्यक्तित्व और प्रोफेश्नालिजम की एक बानगी होता है लेकिन इसमें छोड़ी गई छोटी छोटी गलतियाँ अक्सर सामने वाले पर आपका इम्प्रेशन खराब कर जाती है. और इनसे आपको बचना चाहिये.

बिज़नेस इनफार्मेशन में आपके बिजनेस कार्ड के लिए महत्वपूर्ण बातें (Business Information for the important things in your business card)

जीहाँ बहुत से लोगो के लिए आपका बिज़नेस कार्ड आपके बिज़नेस के पहले रिप्रेजेंटटेटीव के तौर पर मिलता है, अब अगर आप इसमें जाने अनजाने में छोटी बड़ी गलतियाँ छोड़ देते है तो इससे उनपर पड़ने वाला आपका पहला ही इम्प्रेशन बिगड़ सकता है. इसलिए कोशिश करे कि बिज़नेस कार्ड में गलतियाँ न ही छोड़ी जाए. यहाँ बताई जा रही है, कुछ आम गलतियाँ जो आपको बड़े तौर पर ध्यान रखना है.

Business Information अपने बिज़नेस कार्ड के अक्षरों के फॉन्ट साइज पर ध्यान  (The font size of the letters focus on their business cards)

बिज़नेस कार्ड में अपने बिज़नेस के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी भर देने के चक्कर में अक्सर लोग कार्ड्स में फॉण्ट का साइज़ इतना छोटा रख देते है कि वह पढ़ने में भी नहीं आ पाता. ऐसे में बिज़नेस कार्ड्स को पढने में मेहनत करना भी लोग पसंद नहीं करते. इसलिए कोशिश करे कि कार्ड पर फॉन्ट साइज़ छोटा न हो. फॉन्ट साइज़ बहुत बड़ा भी न रखे कि वह बेनर जैसा लगने लगे. इससे भी कार्ड अनप्रोफेशनल लगता है.

बिज़नेस कांटेक्ट की सही जानकारी (Business contact information accurate)

अपने बिज़नेस कार्ड बनवाए ही इसलिए जाते है ताकि कोई इन पर दी जानकारी और कांटेक्ट डिटेल्स को देख कर आपसे सम्पर्क कर सके. अब होता ये है कि अक्सर लोग अपने महत्पूर्ण कांटेक्ट डिटेल्स देना ही भूल जाते है. कोई फ़ोन नंबर देना भूल जाता है तो कोई ईमेल एड्रेस. आप ऐसी गलती करने से बचे. आपके बिज़नेस से रिलेटेड सभी जानकारी आप सही तरीके से बिज़नेस कार्ड पर ऐड करवाए.

ग्लासी पेपर में क्या ध्यान रखे (What is mindful glossy paper)

Business Information बिज़नेस कार्ड बनवाते समय एक बड़ी गलती जो अक्सर लोग कर जाते है, वह यह है कि वे चमकदार दिखाने के चक्कर में कार्ड बेहद ग्लासी पेपर पर बनवा लेते है. यह कार्ड दिखता तो सुन्दर है लेकिन इसमें आप साथ में कुछ लिखकर नहीं दे पाते. होता यह है कि आप उन्हें रेफरेंस के लिए कुछ लिखकर देना चाहते है लेकिन वह टिक ही नहीं पाता.

बिजनेस कार्ड पर टैग लाइन का महत्व (The importance of the tag line on the Business Card)

आपके बिज़नेस कार्ड में एक कमी इस बात की रह जाती है कि एन्तेर्प्रेंयोर्स तमाम डिटेल्स तो इसमें डाल देते है लेकिन वह टैगलाइन या उस लोगो को ही इसमें डालना भूल जाते है, जिनकी वजह से कंपनी की बाजार में पहचान है. आप इस बात का ख्याल रखे. कंपनी का लोगो, इसकी टैगलाइन को कार्ड में प्रिंट करवाना भूलें नहीं. इसे करने से हमारा बिज़नेस कार्ड एक दम प्रोफेशनल लगता है.

बिजनेस से लाभ कैसे कमाए ?  (How profits earned from business ? )

दोस्तों आपके बिज़नेस में बड़े लाभ को बिज़नेस के आकार पर निर्भर मानने की गलती न करे क्योकि आजकल ऐसे कई बिज़नेस है, जो आकार में भले ही छोटे है लेकिन इन्हें चलाने वालों के लिए ये फायदे का सौदा साबित हो रहे है. इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि जो प्रोडक्ट्स या जो सर्विसेज ये बिज़नेस उपलब्ध करवा रहे है, उनकी मांग आजकल बहुत ज्यादा है.

नतीजा यह है कि इनसे जुड़ा कोई भी काम जल्दी रफ़्तार पकड लेता है और एंटरप्रेंयोर्शिप को इन्हें आगे बढाने के लिए एक अच्चा खासा आधार मिल जाता है. इन बिज़नेसेज में अधिकतर बिज़नेसेज सर्विसेज प्रोवाइडर ही है, जो अपनी दक्षता के आधार पर कस्टमर्स को आकर्षित करने में सफल रहते है.

इन बिज़नसेज का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट यह है कि इन्हें शुरू करने की लागत बहुत कम आती है और इनमे रिटर्न मिलना लगभग तय हो होता है. अगर आप भी एंटरप्रेंयोर्शिप में उतरने का सोच रहे है तो यहाँ बताये जा रहे चंद फील्ड्स पर विचार जरुर कर लें.

यदि आप इनमे से किसी फील्ड के विशेष जानकर रहे है और आपके पास अच्छा खासा अनुभव भी है तो फिर आप इसे एंटरप्रेंयोर्शिप का रूप देने पर सोच सकते है. इन फील्ड्स में आपकी दक्षता आपको भी शामिल करवा सकती है

आपके लिए कुछ बिज़नेस लिस्ट जो बेहतरीन सर्विस प्रोवाइडर्स की सूचि में आते है.

कार रेटिंग से जुड़ी बिज़नेस इनफार्मेशन (Business Information attached to the car Rating)

कार हायर करने से जुड़े बिज़नेस का तो बाजार स्थापित हो ही चूका है, आजकल कार रेटिंग की सुविधा को भी काफी पसंद किया जा रहा है. इस सुविधा के तहत कार किराये पर ली जा सकती है. यहाँ ड्राइव आप खुद करते है. कार हायरिंग सर्विस प्रोवाइडर्स दो से तीन गाड़ियों के साथ भी अपने बिज़नेस को एक मजबूत आधार दे रहे है.

प्रॉपर्टी एजेंट से जुड़ी बिज़नेस इनफार्मेशन (Property agent attached to the Business Information)

रियल एस्टेट में बूम के बाद प्रापर्टी की बिक्री करवाने वालों और दूसरे शहर में पढने या नौकरी करने आये लोगो को किराये पर मकान दिलवाने वालों की मांग बढ़ी है. ऐसे में प्रापर्टी डीलिंग से जुड़े लोगो के बिज़नेस को बल मिला है. ये डीलर्स प्रापर्टीज की बिक्री में तो मध्यस्थता करते ही है, साथ ही साथ तय बजट में किराए पर मकान दुकान दिलवाने का काम भी करवाते है.

ग्रूमिंग सर्विसेज से जुड़ी बिज़नेस इनफार्मेशन (Grooming Services related to Business Information)

ग्रूमिंग के साथ साथ, मेंटल पीस चाहने वाले लोगो की संख्या भी बढ़ी है. तनावपूर्ण माहोल के खुद को फिट रखने के लिए लोगो ने मसाज, स्पा आदि के पेकेजेस लेना शुरू किये है, इसके अलावा ब्यूटी केयर से जुड़े बिज़नेसेज में उतरने वाले लोगों का भी थोड़े से समय में स्थापित हो जाना तय ही माना जाता है. सर्विस की उत्कृष्टता सफलता दिलाएगी.

टैक्स मैनेजमेंट से जुड़ी बिज़नेस इनफार्मेशन (Tax-related Business Information Management)

भविष्य को सुरक्षित और निवेश को लाभकारी बनाने के लिहाज से आजकल के नोकरीपेशा लोग विशेषतौर पर टैक्स कंसल्टेंट्स से मदद लेते है. यह लोग आईटी फाइलिंग में तो मदद करते ही है, साथ ही साथ अपने क्लाइंट्स को इन्वेस्टमेंट के लिहाज से बेहतर विकल्पों के बारे में भी अवगत कराते हैं.

डिजाइनिंग सर्विसेज से जुड़ी बिज़नेस इनफार्मेशन (Designing Services related to Business Information)

हर चीज रेडीमेड उपलब्ध होने के बावजूद आज लोगो में अपने कपड़ो, ज्वेलरी, होम इंटीरियर में पर्सनल टच देने का क्रेज बढ़ा है. यही वजह है कि वे अपने व्यक्तित्व के अनुरूप रॉ मटीरियल चुनकर इसकी डिजाइनिंग करवाने के लिए डिजाईनर्स ज्वेलरी शोरूम के भी हो सकते है और बुटिक के भी. इन क्षेत्रो के एक्सपर्ट्स इस फील्ड में खासतौर पर डिमांड में है. यदि आप भी डिजाइनिंग से जुड़े किसी विशेष कौशल में महारथ रखते है तो आप भी कर सकते है, इस फील्ड में एंटरप्रेंयौर्शिप की शुरुआत.

फिटनेस सर्विसेज पर ध्यान (Services focus on fitness)

दस से बारह घंटे तक जॉब करके शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाने वाले लोगों में फिटनेस के प्रति बढ़ती सजगता ने फिटनेस सर्विसेज की डिमांड को बढ़ा दिया है. जिम, एरोबिक्स, जुंबा आदि से जुड़े सेंटर्स चलाने वाले लोगों के यहाँ सुबह से लेकर देर शाम तक फिटनेस के शौकीन लोगों का आना जाना लगा ही रहता है.

फ़ूड सर्विसेज पर ध्यान (Services focus on food)

फ़ूड सर्विसेज का बिज़नेस आजकल किसी भी स्तर का हो, वह चलता ही चलता है, बशर्ते आप स्वाद और साफ़ सफाई के मानकों पर खरे उतरते हों. अच्छा माहौल देकर  कस्टमर्स को इन फ़ूड सर्विसेज की और आकर्षित किया जा सकता है. जगह उपलब्ध न होने पर लंच बॉक्स प्रोवाइडर्स के रूप में भी अच्छी कमाई है. यह एक अच्छा विकल्प है.

चाइल्ड केयर

माता और पिता दौनो के वर्किंग होने के कारण चाइल्ड केयर सेंटर्स को खासा बढ़ावा मिला है. प्रेरेंट्स अपने छोटे बच्चों को इन सेंटर्स में छोड़कर काफी हद तक निश्चित होकर ऑफिस जा सकते है. इस फील्ड में काम शुरू करने के लिए आपको ट्रेड स्टाफ, सुरक्षित माहौल और साफ़ सफाई का विशेष बंदोबस्त करना होता है.

क्यों दे बिजनेस एक्सपैंशन (Why Business expansion)

किसी एक बिज़नेस में सफलता का आनंद लेते हुए कई बार एंटरप्रेंयौर्स बिना सोचे विचारे ही बिज़नेस के एक्सपेंशन का फैसला कर लेते है, जो आगे चलकर फायदेमंद साबित नहीं होता. ऐसा इसलिए हो जाता है क्योकि हर बिज़नेस की अपनी अलग डाइनेमिक्स होती है.

जो स्थितियां पहले वाले बिज़नेस के लिए भी लाभकारी ही हो. इसलिए अपने बिज़नेस को विस्तार देने से पहले इससे जुडीं संभावनाओ पर गौर कर लें.

अपने छोटे बड़े बिज़नेस को विस्तार देने का फैसला निश्चित तौर एंटरप्रेंयौर्स का है लेकिन यदि इस फैसले को अच्छी तरह सोच विचार कर नहीं  लिया जाता है तो आने वाले समय में यह फायदे के बजाय नुकसान दे सकता है. इसलिए बिज़नेस के एक्स पेंशन की संभावनाओ को परख जरुर ले. पूरी तैयारी के साथ विस्तार आपको असल लाभ दे सकता है.

मांग भी और आपूर्ति पर भी ध्यान दे (Focusing on demand and supply)

कई बिज़नेसेज एक खास किस्म की मांग बाजार में पैदा करते है, जिन्हें पूरा करने के लिए लोगों को दूसरे बिज़नेसेज के पास जाना पड़ता है. जैसे थोक के कपड़े बेचने वाले व्यापारी टेलरिंग के बिज़नेस की मांग बढ़ाते है. आप किसी ऐसे बिज़नेस में है तो मांग पैदा करने वाले और उसकी आपूर्ति करने वाले दौनो बिज़नेसेज तक विस्तार का सोचे.

मार्केट का रुख पर नजर (Market trend tracker)

जिस भी नए बिज़नेस को आप लाने का सोच रहे है, उसे इस तरह मत देखिये कि एक सफल एंटरप्रेंयौर्स इसे ला रहा है इसलिए इसका सफल होना तय ही है. सबसे पहले यह देखें कि मार्केट में आपके इस नए बिज़नेस की क्या जरुरत होगी? अपने नए प्रोडक्ट या नई सर्विस की जरुरत का पता लगाने के लिए मार्केट रिसर्च आदि करे. इसके आधार पर आपको बेहतर और सुरक्षित निर्णय कर पाने में काफी मदद मिल जायेगी.

प्रभावी वर्कशॉप (Effective Workshop)

बिज़नेस में आइडियाज के बारे ब्रेन स्टोर्मिंग करते हुए आप कई ऐसे आइडियाज से होकर गुजरते है, जो एक अच्छा बिज़नेस खड़े नहीं होते, उन्हें क्रियान्वित करने के लिए मेहनती और प्रभावी वर्क फ़ोर्स भी चाहिए. यदि आपके पास इसका बदोबस्त है तो आप अपने नए आइडिया पर काम करने के बारे में सोच सकते है. ऐसा न हो कि ख़राब वर्क फ़ोर्स अच्छा आइडिया डूबो दे.

तकनीकी दक्षता (Technical efficiency)

कई क्षेत्र ऐसे होते है, जिनमे बिज़नेस को सफल बनाने के लिए तकनीकी दक्षता बेहद जरुरी हो जाती है. इस क्षेत्र से सम्बंध किसी बिज़नेस में सफल हो जाने का अर्थ यह नहीं है कि आप इस तकनीकी क्षेत्र में भी सफल हो ही जायेंगे. ऐसे में यदि आप किसी इस तरह के फील्ड में अपने बिज़नेस को विस्तार देने पर विचार कर रहे है तो पहले अपनी तकनीकी दक्षता होने पर ही नए फील्ड में उतरें.

पूंजी का प्रबंध (Capital Management)

कई एंटरप्रेंयौर्स सिर्फ पूंजी का अच्छा प्रवाह देखकर दूसरा बिज़नेस शरू कर लेते है. सिर्फ अच्छा पैसा आता देखकर बिना तैयारी के बिज़नेस को विस्तार देना गलत है क्योकि ऐसा करने पर आप अपना वो पैसा फंसा बैठेंगे जो किसी अन्य स्थान पर निवेश किया होने पर बेहतर रिटर्न दे सकता था. तैयारी होने पर विस्तार में पैसा लगाए.

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