अद्भुत काल भैरव मदिरापान
काल भैरव मदिरापान की कुछ खास बाते यह बाते आपको उज्जैन की और महांकाल के दर्शन के लिए आतुर कर देंगी. महांकाल की उज्जैन नगरी में स्थित 6000 हजार साल पुरानी बाबा काल भैरव की मूर्ति जो प्रतिदिन 1000 लीटर मदिरा पी जाती है, आपको यह बात मालूम होनी चाहिए कि काल भैरव मंदिर के बाहर हार-फुल माला की दूकान से ज्यादा मदिरा (शराब) की दुकाने है. लोग भैरव महाराज को शराब पिलाकर अपने मन की मुरादो के लिए बाबा से अर्जी लगाते है.
- मंदिर की कुछ प्रमुख बाते
- यह मंदिर 6000 साल से भी पुराना मंदिर है.
- इस मंदिर का निर्माण लगभग 2000 साल पहले हुआ है.
- काल भैरव को उज्जैन के क्षेत्रपाल के रूप में भी जाना जाता है.
- ब्रह्म हत्या के निवारण के लिए काल भैरव को उज्जैन नगरी में आत्मिक शांति के लिए आना पड़ा था और उस आत्मिक शांति के लिए उन्हें शिप्रा नदी में नहान करना पड़ा.
- स्कंध पुराणों में इस मंदिर के बारे में बखान किया गया है.
- इस मंदिर में पहले के समय से ही तांत्रिको का ही आना जाना रहता था, तांत्रिक दिन रात बाबा की पूजा पाठ (DEVOTIONAL) भक्ति पूजन किया करते और अपनी तांत्रिक क्रियाओ का अभ्यास और समाधि दिक्षा और शिक्षा लिया करते थे. मगर आज के इस समय में लोगो की भक्ति भावनाओ के देखते हुए इस मंदिर में सभी के आने जाने में किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है.
- पहले के समय में बाबा काल भैरव को जानवरों की बलि भी चढ़ाई जाती थी. मगर अब के समय में जानवरों की बलि नही चढ़ाई जाती बल्कि बाबा को शराब का भोग लगाया जाता है.
- मूर्ति एक दिन में 1000 से ज्यादा की मदिरा पी जाती है. काल भैरव के मुख पर मदिरा के प्याले को जैसे ही रखा जाता है देखते ही देखते वह प्याला अपने आप खली हो जाता है.
- अंग्रेजो के ज़माने से लेकर आज के इस युग के वैज्ञानिक भी इस बात का पता नहीं लगा पा रहे है कि कोई पत्थर की मूर्ति किस तरह से मदिरापान का सेवन इतनी ज्यादा मात्रा में कर सकती है.
- इस मूर्ति के पास ही पाताल लौक का द्वार भी है “जहाँ से कहा जाता है” कि आप इस रास्ते से धरती के नीचे पाताल लौक में जा सकते है. मगर सरकार ने इस कठिनाई भरे रास्ते कुछ सालो पहले बंद करवा दिया. ताकि लोग इस गुफा में न जा सकते इससे उनकी जान जाने का खतरा भी बना रहता है. इस गुफा द्वार काफी छोटा है. वैसे तो कोई भी व्यक्ति इस गुफा में प्रवेश कर सकता है, मगर मोटा व्यक्ति इस द्वार में फस भी सकता है. अगर आप इस गुफा में प्रवेश करेंगे तो आपको नीचे अंधकार नजर आएगा, आप जैसे ही नीचे पहुच जायेंगे तो आपको गुफा के अन्दर ऑक्सीजन की मात्रा कम मिलेगी जिससे आपको सास लेने में दिक्कत हो सकती है. जहाँ पर इस गुफा का द्वार सरकार और मंदिर कमिटी ने बंद किया हुआ है वहाँ तक ही आप जा सकते है. इस गुफा में आप एक साथ 2 से 3 व्यक्ति ही जाए. ताकि अन्दर ऑक्सीजन और आपके लिए पर्याप्त जगह हो.
- यहाँ की सभी शराब की दुकाने गवर्मेंट के द्वारा ही खुली हुई है. लोग अपनी श्रृधा भक्ति से बाबा काल भैरव को एक बोतल, सात बोतल, 11 बोतल जिसकी जितनी इच्छा भक्ति होती है वह उतनी शराब बाबा को भोग लगाते है.
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